उम्मीदें हमेशा तकलीफ़ देती हैं
ज़िन्दगी में आपको मायूसी तभी मिलती हैं जब आप दूसरों से उम्मीदें ज़्यादा रखते हैं और स्वयं दूसरों की उम्मीदों पर खरा उतरने का छोटा सा प्रयास भी नहीं करते हैं बेलौस रिश्तों को अहमियत दीजिए आपको कभी मायूसी नहीं मिलेगी, मायूसी तभी मिलती हैं जब रिश्तों से उम्मीदें वाबस्ता होती हैं? और उम्मीदें हमेशा तकलीफ देती हैं।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद