– उपमा –
– उपमा –
चांद सा मुखड़ा,
हीर सी आंखे,
नागिन जैसे तेरे बाल,
हिरनी जैसी चाल,
होठ गुलाबी तेरे,
सिल्की – सिल्की गाल,
चोटी तेरी सितम ढहाए,
बरेली का झुमका करे कमाल,
इन उपमाओं से रिझाए हर एक प्रेमी अपनी प्रेमिका को,
करके सौंदर्यता का बखान,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184