उन्हें अपना बना कर देखते हैं!
गज़ल
1222……..1222……..122
जिन्हें नीचा दिखा कर देखते हैं!
उन्हें अपना बना कर देखते हैं!
खुदा ने एक जैसा है बनाया,
तो क्यों नीचे गिरा कर देखते हैं!
ये उनका प्यार या गुस्सा है यारो,
जरा में तमतमा कर देखते हैं!
सभी उकता गये हैं मन की सुनकर,
चलो दिल की सुना कर देखते हैं!
हमारा देश था सोने की चिड़िया,
चलो फिर से बना कर देखते हैं!
नहीं कर पा रहा है गर सुरक्षा,
तो चौकीदार बन कर देखते हैं!
बता क्या पा लिया दुश्मन बना कर,
चलो “प्रेमी” बना कर देखते हैं!
…… ✍ प्रेमी
05 जून, 2021