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3 Mar 2021 · 1 min read

उनके व्यक्तित्व का रंग

सिर पर सवार
किसी आसमान में छाए
एक बादल के साये की तरह
बिजली कड़क जाये और
फटकर गिर जाये
जमीन पर तो
डरकर लिपट जायें
पेड़ से
उसके ही तन से
पहले लिपटी हुई फिर छूटकर नीचे गिरी हुई
पृथ्वी पर अब बिछी हुई
एक लता की तरह
गरजते भी हैं
बरसते भी हैं
घबराते भी हैं
लज्जाते भी हैं
खुद ही अपनी हदों में
फिर सिमट जाते भी हैं
उनके व्यक्तित्व का
रंग एक नहीं
असंख्य है
यह वह खुद भी
भली भांति समझ
पाते नहीं हैं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Comment · 413 Views
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