उनकी अब्र सी नफरत
उनकी नफरत भी मुझे अब्र सी लगती है,
उनकी बेरुखी मुझे मीठा सब्र सी लगती है,
वो कितना भी छुपाये मुझसे अपना राज़ेदिल,
उनकी फ़िक्र मेरे लिए आज भी मुझे फर्ज सी लगती है,
उनको कैसे बतलाऊ अपना उदासी मिजाज,
उनके बिना मुझे अपनी ये जिंदगी कब्र सी लगती है,RASHMI SHUKLA