उनका लिखा कलाम सा लगता है।
उनका लिखा कलाम सा लगता है।
पढ़के सुकूंने अहसास सा होता है।।1।।
दर्द ए जख्म हवा सा उड़ जाता है।
हर अल्फाज़ मेहरबां सा लगता है।।2।।
अल्फाजों की जादूगरी तो देखिए।
पढ़के दिल में ख्वाब सा पलता है।।3।।
लफ्ज़ों को गहराई से लिखता है।
अहसासों में शिफा सा लगता है।।4।।
अच्छी सीरत वो खुदमें रखता है।
सभी को वो अपना सा लगता है।।5।।
जज़्बातों को दिल से लिखता है।
वो समन्दर के आब सा लगता है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ