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31 Dec 2023 · 1 min read

उधार ….

उधार …

लम्बे अंतराल के बाद
मिले भी तो
किसी अजनबी की तरह
इक दूजे को देखा
थोड़ा सा मुस्कुराए
और
चुका दिया
उधार
इंतज़ार का

सुशील सरना/31-12-23

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