उधार का खाना ,और उधार का पीना
तुम भी उधार ,और हम भी उधार।
बोलो कैसे चलै हमारे परिवार।।
तुम भी उधार हम भी उधार
खाना उधार और पीना उधार
कर्ज से हुआ है जीना दुशवार।
बोलो कैसे चलै हमार परिवार।
साइकिल उधार है , मकान उधार।
भर भर किस्त,हो गये लाचार।
बोलो कैसे चलै हमार परिवार।
तुम भी उधार हम भी उधार।
अमीर भी उधार , गरीब भी उधार।
नींद नहीं आवै ,लगी चिंता हजार।
कर्जा लेकर काम चलाया रही सरकार।
बोलो कैसे पलै हमार परिवार।