Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2017 · 1 min read

*उद्वेलित दिखता प्रतिशोध*

उद्वेलित दिखता ,प्रतिशोध ।

मैं, तुम, वह, दुर्नीति घमंड ।
होते निर्मित नित सांचे प्रचंड।
लोग अलग हैं जिनके बल पर
नहीं चाहता कोई रहना गल कर।
निकल नयन दिखलाते अतिक्रोध।।
उद्वेलित दिखता——————–।1।

यह घातक है बीज अनश्वर ।
हुआ घमण्डित तू जिनको धर।
कुछ नहीं दीखता आर पार ।
मुशिक्ल जिनसे जन उद्धार ।
विसवास है ,की उभरेगा प्रबोध।
उद्वेलित—————————–।२।

वह गुर्राता नत उसे देख।
बनती दरार अति अमिट रेख।
करते भव्य भव्य विष संचित।
करते नुक्कड़ नाटक मंचित ।
होता जमकर रोज विरोध ।।
उद्वेलित—————————-।३।

अच्छा होता ‘मैं ‘ ‘तू’ मर जाता ।
यह नाशक बीज नहीं बो पाता ।
मनुज मनुज सानन्दित रहता ।
लहू व्यर्थ न सरि बन बहता ।
नहीं रचे जाते नित अवरोध ।।
उद्वेलित—————————-।४।

प्रफुल्लेपन की सुगंध सुहाती ।
अलगावी दरिया न हहराती।
सोंधेपन में मीठा घुलता ।
न ऊंच नीच का मण्डप तुलता।
खूब पनपता घर घर प्रमोद ।।
उद्वेलित—————————-।५।

Language: Hindi
314 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आजादी का जश्न मनायें
आजादी का जश्न मनायें
Pratibha Pandey
3675.💐 *पूर्णिका* 💐
3675.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आज के लिए कम सोचो
आज के लिए कम सोचो
Ajit Kumar "Karn"
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
सत्य कुमार प्रेमी
रात नहीं सपने बदलते हैं,
रात नहीं सपने बदलते हैं,
Ranjeet kumar patre
बुंदेली दोहा-नदारौ
बुंदेली दोहा-नदारौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
संस्कृति संस्कार
संस्कृति संस्कार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गुनाहों के देवता तो हो सकते हैं
गुनाहों के देवता तो हो सकते हैं
Dheeru bhai berang
"रोजनामचा"
Dr. Kishan tandon kranti
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
shabina. Naaz
सबूत- ए- इश्क़
सबूत- ए- इश्क़
राहुल रायकवार जज़्बाती
बधाई का असली पात्र हर उस क्षेत्र का मतदाता है, जिसने दलों और
बधाई का असली पात्र हर उस क्षेत्र का मतदाता है, जिसने दलों और
*प्रणय*
मुक्तक
मुक्तक
Er.Navaneet R Shandily
12 fail ..👇
12 fail ..👇
Shubham Pandey (S P)
कविता
कविता
Shiva Awasthi
सृष्टि के कर्ता
सृष्टि के कर्ता
AJAY AMITABH SUMAN
समझौते की कुछ सूरत देखो
समझौते की कुछ सूरत देखो
sushil yadav
इतना बेबस हो गया हूं मैं ......
इतना बेबस हो गया हूं मैं ......
Keshav kishor Kumar
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
देखिए इतिहास की किताबो मे हमने SALT TAX के बारे मे पढ़ा है,
देखिए इतिहास की किताबो मे हमने SALT TAX के बारे मे पढ़ा है,
शेखर सिंह
"ठूंस ठूंसकर घूस खाने के बाद भी,
पूर्वार्थ
मायके से लौटा मन
मायके से लौटा मन
Shweta Soni
महिला दिवस
महिला दिवस
Dr.Pratibha Prakash
.
.
Ankit Halke jha
आजा रे अपने देश को
आजा रे अपने देश को
gurudeenverma198
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
Tushar Jagawat
*पयसी प्रवक्ता*
*पयसी प्रवक्ता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शून्य ....
शून्य ....
sushil sarna
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...