उत्कृष्टता
उत्कृष्टता, प्रतिवद्धता है,
स्वयं को दिए अपने वचनों के प्रति।
उत्कृष्टता, कटिवद्धता है
अपने उद्देश्यों के प्रति।
उत्कृष्टता, अधिक सजगता है
अपने दायित्वों के प्रति।
उत्कृष्टता, अधिक ध्यान रखना है
अपने कर्तव्यों के प्रति
उससे कहीं अधिक
जितना कि लोग सोचते हैं
कि सुसंगत है।
जितना कि लोग सोचते हैं
कि तर्कसंगत है।
उत्कृष्टता, अधिक समर्पण का साहस रखना है
उससे कहीं अधिक
जितना कि लोग सोचते हैं
कि पूर्ण सुरक्षित है।
उत्कृष्टता, नित नवीन उच्चतर लक्ष्यों के
स्वप्नों में बिना थके, बिना निद्रा लिए
अधिकाधिक डूबे रहना है
उससे कहीं अधिक
जितना कि लोग सोचते हैं
कि व्यवहारिक है।
उत्कृष्टता, परिणाम है
स्वयं से अधिकाधिक अपेक्षा रखने का
उससे कहीं अधिक
जितना कि लोग सोचते हैं
कि “सम्भव” की सीमा है।
संजय नारायण