उड़ गईल चिरई
सगरी जाल के
तुर गईल चिरई
उड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई
पिंजरा देख के
मुड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई…
(१)
फुलबगिया के
घेरा-बंदी में
कबसे ओकर
दम घुटत रहे
खुला गगन से
जुड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई…
(२)
मिल गईल आखिर
जोड़ा ओकर
थाम लेहलस ऊ
पंखिया जेकर
प्यार के मस्ती में
बुड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई…
(३)
बहेलिया से
करत रहे ऊ
अजदिया के
ओकरा सौदा
माली के रोअत
छोड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई
उड़ गईल चिरई…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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