उठ जाग बेटी
उठ जाग बेटी
अब हो प्रबल।
चुप्पी तोड़ तलवार ले।
शमशीर सम हथियार ले।।
करले स्वयं ही संरक्षण।
गर हो मान का मर्दन ।।
उठ जाग बेटी ।
तीर संग कटार ले।।
उठ जाग बेटी ।
अब हो प्रखर।।
उठ जाग बेटी।
अब तू न बिखर।
तू ही उसे उजाड़ दे।