उज्ज्वल भविष्य हैं
सितारों सी चमक जो लाएँ
पर्वत सी विशालता दिखाएँ
उनका उज्ज्वल भविष्य हैं।
बिना रुके जो चलते आगे
मैदान छोड़कर जो ना भागे
उनका उज्ज्वल भविष्य हैं।
इधर- उधर जो राह ना ताके
अपने लक्ष्य को ही जो ताके
उनका उज्ज्वल भविष्य हैं।
खड़े रहे जो अपने दम पर
बिना किसी की चापलूसी कर
उनका उज्ज्वल भविष्य हैं।
विकास की लहर जो लाएँ
ईश्वर की भक्ति जो पाएँ
उनका उज्ज्वल भविष्य हैं।
सभी जगह जो प्रेरणा जगाएं
राष्ट्र की पहचान बन जाएँ
उनका उज्ज्वल भविष्य हैं।