Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2024 · 1 min read

उजालों की चकाचौंध में ,लोग हमें भूल जाते हैं।

उजालों की चकाचौंध में ,लोग हमें भूल जाते हैं।
हम वो मोमबत्ती हैं जो अंधेरों में याद आते हैं।

22 Views

You may also like these posts

भारत का लाल
भारत का लाल
Aman Sinha
जिन्हें बरसात की आदत हो वो बारिश से भयभीत नहीं होते, और
जिन्हें बरसात की आदत हो वो बारिश से भयभीत नहीं होते, और
Sonam Puneet Dubey
4344.*पूर्णिका*
4344.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी की तन्हाइयों मे उदास हो रहा था(हास्य कविता)
जिंदगी की तन्हाइयों मे उदास हो रहा था(हास्य कविता)
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
जिसका ख़ून न खौला
जिसका ख़ून न खौला
Shekhar Chandra Mitra
वक्त ही कमबख्त है।
वक्त ही कमबख्त है।
Rj Anand Prajapati
*हैं जिनके पास अपने*,
*हैं जिनके पास अपने*,
Rituraj shivem verma
प्रयास जारी रखें
प्रयास जारी रखें
Mahender Singh
ओ त्याग मुर्ति माँ होती है
ओ त्याग मुर्ति माँ होती है
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
Suryakant Dwivedi
*श्री सुंदरलाल जी ( लघु महाकाव्य)*
*श्री सुंदरलाल जी ( लघु महाकाव्य)*
Ravi Prakash
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दुश्मन कहां है?
दुश्मन कहां है?
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
ruby kumari
मैं कौन हूँ कैसा हूँ तहकीकात ना कर
मैं कौन हूँ कैसा हूँ तहकीकात ना कर
VINOD CHAUHAN
"यादों के स्पर्श"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी कविताएं पढ़ लेना
मेरी कविताएं पढ़ लेना
Satish Srijan
दामन जिंदगी का थामे
दामन जिंदगी का थामे
Chitra Bisht
मुझे मेरे अहंकार ने मारा
मुझे मेरे अहंकार ने मारा
Sudhir srivastava
कुठिया छोटी सी )
कुठिया छोटी सी )
Dr. P.C. Bisen
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
Dushyant Kumar
खुद ये महदूद दायरा रक्खा,
खुद ये महदूद दायरा रक्खा,
Dr fauzia Naseem shad
"डर का माहौल नहीं, घर का माहौल दीजिए ll
पूर्वार्थ
शिव
शिव
Vandana Namdev
प्रेम
प्रेम
Rambali Mishra
ख्वाब एक टूटा...
ख्वाब एक टूटा...
Vivek Pandey
जय रावण जी
जय रावण जी
Dr MusafiR BaithA
दिवाली फिर है आई
दिवाली फिर है आई
Paras Nath Jha
Loading...