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27 Jun 2021 · 1 min read

उजली शाम

लालिमा नभ,
स्वच्छ हवा का झोंका,
उजली शाम ।

उड़ते जाते,
पंछी करते शोर,
घर की ओर ।

सूरज डूबा,
छत पर ये भोर,
चांद ले आया ।

हृदय छूती,
मधुरम आवाजें,
चित्त भी शांत ।

फूल महकें,
खुशबू फैली दूर,
खुशियां पूर्ण ।

आंखे खोजती,
आकाशी तारे प्यारे,
सांध्य में आ रे ।
@निल(सागर,मध्य प्रदेश)

Language: Hindi
1 Like · 471 Views
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