उजड़े हुए गुलशन की दास्तान
इस गुलशन के उजड़ने की
दास्तान सुनाने के लिए!
तुम जीना कैदी परिंदों का
मातम मनाने के लिए!!
आने वाली पीढ़ियां कहीं
भूल न जाएं सब कुछ!
कोई होना चाहिए आख़िरी
निशान बचाने के लिए!!
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीकवि #अवामीशायर