Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2024 · 1 min read

# उचित गप्प

# उचित गप्प
साक्षात्कारकर्ता क जिज्ञाषा प्रत्याशी पूर्ण करैत छथि ! मित्रता में जिज्ञाषा सँ पूर्व अपन परिचय देनाइ शिष्टाचार क द्वेतक अछि ! किनको सँ मोबाइल नंबर मगैत छी त प्रथमतः अपन नंबर देनाइ उचित ! ओना संवादक बहुत रास माध्यम आरो अछि !
@ डॉ लक्ष्मण झा परिमल

1 Like · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पूरी ज़वानी संघर्षों में ही गुजार दी मैंने,
पूरी ज़वानी संघर्षों में ही गुजार दी मैंने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अभिमान
अभिमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रकृति
प्रकृति
Sûrëkhâ
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बिखरी बिखरी जुल्फे
बिखरी बिखरी जुल्फे
Khaimsingh Saini
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
काजू निषाद
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
Harminder Kaur
सकारात्मकता
सकारात्मकता
Sangeeta Beniwal
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
Rituraj shivem verma
सुविचार
सुविचार
Neeraj Agarwal
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
Atul "Krishn"
...
...
*प्रणय प्रभात*
3575.💐 *पूर्णिका* 💐
3575.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
“विश्वास”
“विश्वास”
Neeraj kumar Soni
हमारी वफा
हमारी वफा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
पूर्वार्थ
झकझोरती दरिंदगी
झकझोरती दरिंदगी
Dr. Harvinder Singh Bakshi
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस...
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*क्षीर सागर (बाल कविता)*
*क्षीर सागर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद
पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हारता वो है
हारता वो है
नेताम आर सी
** लोभी क्रोधी ढोंगी मानव खोखा है**
** लोभी क्रोधी ढोंगी मानव खोखा है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन।
सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन।
surenderpal vaidya
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है।
जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है।
सत्य कुमार प्रेमी
Maine
Maine "Takdeer" ko,
SPK Sachin Lodhi
पश्चिम हावी हो गया,
पश्चिम हावी हो गया,
sushil sarna
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
Dushyant Kumar
Loading...