ईस्वी सन 2023 एक जनवरी से इकत्तीस दिसंबर ज्योतिष आंकलन एव गणना
ब्रह्मांड एव प्रकृति प्राणी के लिए प्रत्येक सूर्योदय नव दिवस नव चेतना कि जागृति के लिए अवसर एव उपलब्धि का आगमन है ।
फिर भी समय काल कि गणाना के लिए दिवस ,मास, वर्ष का निर्धारण किया गया है हर दिवस के अंत मे संध्या एव रात्रि का आगमन होता है ठीक उसी प्रकार पंद्रह दिनों के कृष्ण पक्ष एव पंद्रह दिनों के शुक्ल पक्ष के समन्वय का एक माह एव बारह माह का एक वर्ष होता है।
प्रत्येक धर्म समाज द्वारा अपनी आस्था एव विश्वासः कि मान्यता के अनुसार अपने तीज त्योहार वर्ष शुभ बार का निर्धारण अपनी मान्यताओं एव गणनाओं के अनुसार निर्धारित करता है।
इसी कारण लगभग प्रत्येक दिन पूरे विश्व के किसी ना किसी धर्म एव समुदाय के नव वर्ष का शुभारंभ होता है ।
प्राणियो में मानव के पास बौद्धिक क्षमता है जिसके कारण उसमें किसी भी विषय वस्स्तु कि जानने समझने एव खोजने की जिज्ञासा सतत रहती है मानव कि यह विशेष प्रबृत्ति उंसे अन्वेषी बनाती है जिसके कारण वह अपने वर्तमान एव भविष्य को लेकर जागरूक एव अन्वेषी रहता है मानव कि इसी अवधरणा का सत्यार्थ है ज्योतिष विज्ञान जिसके आधार पर मानव समाज अपने जीवन के दिन महीनों एव वर्षो कि जानकारी के लिए जागरूक एव उत्साहित रहता है इसी मानवीय अवधरणा के कारण वर्ष का शुभारम्भ एव पूरे वर्ष के विषय मे जानने उसकी जिज्ञासा रहती है ।
सम्पूर्ण विश्व मे ईस्वी सन का प्रचलन है जबकि भारत मे नव वर्ष का शुभारम्भ नव संवत्सर से अप्रैल माह में वासंतिक नवरात्रि से होता है ।
आईए जानते है विश्व के अधिकांश भाग कि मान्यता का नव वर्ष ईस्वी सन 2023 का शुभारंभ एव सम्पूर्ण वर्ष वैश्विक मानवता के एव वैश्विक परिपेक्ष्य में कैसा रहेगा।
बीतने वाले वर्ष 2022 के शुभारम्भ के साथ रूस यूक्रेन युद्ध एव समापन के साथ चीन में कोरोना संक्रमण से भयाक्रांत विश्व समुदाय नए इस्वी सन 2023 में पदार्पण करने जा रहा है।
नव वर्ष का शुभारंभ का मूलांक 09 एव 07 के साथ हो रहा है 09 सिर्फ 03 या स्वंय से विभाजित होता है तो 07 सिर्फ स्वंय से विभाजित होता है देखा जाय तो सात महाद्वीप एव सात ही महासागर एव 07 आश्चर्य वैश्विक परिपेक्ष्य में महत्वपूर्ण है।
भरतीय धर्म दर्शन के अनुसार स्प्तर्षि मण्डल महत्वपूर्ण है समय कि गणाना में सप्ताह में सात दिनों का भारतीय मान्यता का वार एव सप्ताह होता है।
07 अपराजेय के साथ साथ विषम अंक है वैश्विक परिपेक्ष में देखा जाय तो वर्ष 2023 में अनेको ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है जो अकल्पनीय किंतु सत्य होगी रूस यूक्रेन युद्ध के लिए बहुत महत्वपूर्ण एव अहम वर्ष रहने वाला है इस युद्ध मे कोई पक्ष विजेता का दावा कर सकने में सक्षम नही होगा हानि दोनों ही पक्षो को उठानी होगी किंतु आश्चर्यजनक परिणाम इस टकराव में परिलक्षित निश्चित होंगे जो शांति एव विनाश दोनों को निमन्त्रित कर सकते है क्योंकि जिद्द एव अहंकार एव हठ धर्मिता का द्योतक है 07 अंक एव समन्वय को अस्वीकार करता है।
कोरोना के परिपेक्ष्य में देखा जाय तो स्थिति पूर्व कि भांति भयावह तो नही रहेगी फिर भी इसका प्रभाव सम्पूर्ण विश्व पर नकारात्मक पड़ने वाला है ।
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाय तो यह वर्ष एकाधिकार वाद एव वर्चस्व कि राजनीति के लिए हानिकारक होगा ईरान, अफगानिस्तान में हालात सुधरेंगे संभावना विल्कुल नगण्य है पाकिस्तान की राजनीति में उथल पुथल का दौर संभावित है।
प्राकृतिक आपदा कि दृष्टिकोण से यह वर्ष बहुत संवेदनशील एव मानवता के लिए बहुत शुभकारी नही होगा ।
नव वर्ष 2023 का शुभारंभ दिन बुधवार शिव सिद्ध सर्वार्थ सिद्ध रवि बुधादित्य योग अश्वनी नक्षत्र के मध्य 09 मूलांक के साथ होने वाला है भगवान श्री कृष्ण का जन्म दिन वार तिथियों में बुधवार ही है ।
भगवान श्री कृष्ण कि लीलाओं को लगभग सभी प्रबुद्ध भारतीय आंशिक या पूर्ण जनता है उनकी राजनीतिक कुशलता एवं कूटनीतिक चतुरता वर्तमान युग परिवेश में बहुत प्रासंगिक है भगवान श्री कृष्ण स्वयं कही के राजा नहीं थे और जन्म भी उन्होंने बहुत विषम परिस्थितियों में लिया था।उन्होंने उग्रसेन को राजा बनाया कंस बध करके तो बीस हाज़ार राजाओं को जरासंध के कारागार से मुक्त करा कर उन्हें उनका राज्य वापस दीया तो महाभारत में बिना हथियार उठाए ही पांडवो को राज्य दे दीया अपने निवास के लिए द्वारिका समुद्र में निर्मित करवाया इतना वर्णन करने का वर्ष 2023 के संदर्भ में आवश्यक इसलिए भी है क्योंकि बुधवार को प्रारंभ हो रहे नए इस्वी सन का स्वरूप सुसुप्त और संसायो से भरा रहने बाला है।
यह संयोग वैश्विक परिपेक्ष्य में नए आशाओं के नए समीकरणों को जन्म देगा जिसके कारण सम्पूर्ण विश्व पर प्रभाव पड़ सकता है।
वर्षा एव कृषि की दृष्टिकोण से यह वर्ष आशातीत रह सकता है राजनीतिक अवसरों एव उपलब्धियों के साथ परिवर्तन को आमंत्रण देता यह नव वर्ष होगा कोरोना एव रूस यूक्रेन युद्ध मे सकारात्मक पहल करता हुआ यह वर्ष होगा कोरोना से हानि कि संभवनाएं अपेक्षाकृत कम न्यूनतम है ।
वर्ष 2023 अन्तरिक्ष एव खगोलीय द्वंद एव उपलब्धियों का वर्ष होगा दक्षिण कोरिया जापान एव उत्तर कोरिया में संसय बढ़ने की संभावना अवश्य है किंतु युद्ध की संभावना अभी नही दिखती है वैश्विक उग्रवाद में परिवर्तन परिलक्षित होंगे एव स्वरूप बदला होगा लेकिन खतनाक होगा ।
यूरोप एव नाटो अपने नई वैश्विक जिम्मेदारियों एव सहयोग के नए अध्याय आयाम कि शुरुआत कर सकते है ।
अतिबृष्टि ,बाढ़ ,भूकंप, तूफान आदि के विषय मे भविष्यवाणी आज के परिवर्तित जलवायु में बेमानी ही होगी क्योकि किसी भी संक्रमण से खतनाक स्थिति में ब्रह्मांड में पृथ्वी है जो पूरे वर्ष विश्व के किसी न किसी क्षेत्र में विनाश का तांडव करती रहेगी।
दक्षिणी अफ्रीकी देशों में समस्याओं में जैसे कुपोषण भुखमरी बीमारी बढ़ सकती है साथ ही साथ राजनीतिक टकराहट के तीब्र होने कि सम्भावनाओ को लेकर आया है यह वर्ष ।
सम्पूर्ण विश्व मे महिलाओं कि दक्षता सहभागिता एव सक्रियता में बृद्धि होने कि सम्भवनाओ से इनकार नही किया जा सकता है।
भारत के परिपेक्ष्य में वर्ष 2023-
कृषि के क्षेत्र में नई उपलब्धियों कि सम्भावनाओं से इनकार नही किया जा सकता है ऋतुएं एव मौसम सामान्य उतार चढ़ाव के अतिरिक्त कोई विशेष प्रभाव नही डालेंगी वर्षा सामान्य एव बाढ़ आदि कि सम्भावनाये पूर्वत ही रहने कि सम्भावना है ।
आर्थिक मोर्चे पर भारत को बहुत अपेक्षित उपलब्धि हासिल होगी इस वर्ष में सम्भावना प्रबल नही दिखती है राजनीतिक दृष्टि से भारत मे इस वर्ष होने वाले चुनवों में मध्य प्रदेश में सत्ताधारी दल के लिए चुनौती मिलेगी तो कर्नाटक में परिवर्तन स्प्ष्ट परिलक्षित होता दिख रहा है तेलंगाना चंद्रशेखर राव के लिए उतना सुरक्षित नही होगा जितना शुरू में हुआ करता था।
राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के लिए विजय का मार्ग होगी ।
त्रिपुरा में कठिन चुनौतियों के बाद भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में वापसी कर सकती है ।
मेघालय में भी कमोवेश भारतीय जनता पार्टी के लिए शुभ संकेत है नागालैंड में कांग्रेस सम्मिलित सरकार के आसार दिखते है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस मजबूत स्थिति में है किंतु भारतीय जनता पार्टी कि सत्ता वापसी की सम्भवनाये बहुत कम लेकिन असम्भव नही दिखती ।
जम्बू कश्मीर अब भी कांग्रेस एव भाजपा दोनों के लिए चुनौती है वहा तीसरे पक्ष गुलाम नवी का गुल खिल सकता यदि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की शुरुआत होती है।
बात मोदी जी कि करे तो उनके व्यक्तिगत व्यक्तित्व के आकर्षण में इज़ाफ़ा होगा और अधिक शक्तिशाली वैश्विक एव भारतीय स्तर पर होंगे निःसन्देह किंतु हिमांचल जैसे छोटे से राज्य ने भारतीय जनता पार्टी को सोचने को विवश करता है जब अपने ही बागी हो जाते है तो परिणाम यही रहता है यह परम्परा अति आत्म विश्वास में आत्मघाती ही निर्णायक होगी।
विशेष नोट-
1-मेरी इस्वी सन 2023 कि यह गणना व्यक्ति विशेष के लिए लाभ या हानि के संदर्भ में राशियों कि स्थिति गति एवं परिवर्तन के आधार पर नहीं है क्योंकि वर्तमान परिपेक्ष में यह ज्योतिष गणना अप्रासंगिक हो क्योंकि एक ही राशि ग्रह नक्षत्रों में जन्मे लाखो लोगों में किसी के घर खुशी तो किसी के लिए दुःख का आगमन लती है व्यक्तिगत गणना जन्मांग एवं जन्म समय एवं ग्रह गोचर कि स्थिति जन्म चक्र दशा महा दशा के आधार पर ही प्रासंगिक होती है सामूहिक की किसी अमुक राशि के परिवर्तन या स्थिति से उस राशि के सभी जातकों पर समान प्रभाव होगा भ्रम के सिवा कुछ और नहीं हो सकता है ज्योतिष विज्ञान स्पष्ट एवं सत्य जन कल्याण का विज्ञान है।
2- उपरोक्त क्रम संख्या 01 के सत्यार्थ के प्रकाश में मैंने भारत विश्व एवं सम्पूर्ण मनवता के परिपेक्ष में अपनी गणना प्रस्तुत की है।
3- मेरी गणना में मातृ एक से डेढ़ प्रतिशत के अंतर कि संभावना है चाहे वैश्विक परिपेक्ष में हो या भारत से संदर्भित।
ज्योतिष विद-
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उतर प्रदेश।।