*ईश्वर: कुछ शेर*
ईश्वर: कुछ शेर
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शिकायत का पुलन्दा ले के तेरे पास आया था
मगर अब सामने तू है, न कोई प्रश्न-न उलझन
जटिलताऍं कहाँ इतनी हैं ईश्वर को बुलाने में
उसे आवाज दो दिल से, वो दौड़ा-दौड़ा आता है
सुना है तुम सिखाते हो तरीका उससे मिलने का
हमारी राय है लेकिन, मौहब्बत यूँ नहीं होती
न जाने किस तरह से वो हमारे पास आएगा
न जाने किस तरह से मस्तियों में देखेंगे फिर हम
मौहब्बत से बुलाओगे तो दौड़ा-दौड़ा आएगा
दिखाते हो मगर ताकत उसे तुम अपने पैसे की
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रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 99976 15451