*ईश्वर की रचना है धरती, आकाश उसी की काया है (राधेश्यामी छंद)
ईश्वर की रचना है धरती, आकाश उसी की काया है (राधेश्यामी छंद)
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ईश्वर की रचना है धरती, आकाश उसी की काया है
जो दीख रहा चहुॅं ओर हमें, वह सभी उसी की माया है
सब सूर्य चंद्रमा तारागण, उसके विधान से चलते हैं
फूलों के रंग निखरकर फिर, उसकी मर्जी से ढलते हैं
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451