ईश्वर की अजीब लीला है…
ईश्वर की अजीब लीला है…
उसकी मर्जी के बिना कोई पत्ता नहीं हिल सकता..
मेरी किस्मत में गुनाह भी तुमने लिखे थे,
और उनकी सजा भी तुम्हारी लिखी है…
ईश्वर की अजीब लीला है…
उसकी मर्जी के बिना कोई पत्ता नहीं हिल सकता..
मेरी किस्मत में गुनाह भी तुमने लिखे थे,
और उनकी सजा भी तुम्हारी लिखी है…