Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

ईश्वर का “ह्यूमर” रचना शमशान वैराग्य –  Fractional Detachment  

किसी भी प्राणि का जन्म लेना और अंतोगत्वा मृत्यु की प्राप्ति इस संसार का सबसे बड़ा और एकमात्र अकाट्य सत्य है ।

अंतिम क्षणों में तो अपना शरीर भी साथ नहीं जाता और इसकी क्षणभंगुर अनुभूति किसी दाहसंस्कार में चिता को जलते वख्त होती है, शायद हम सभी, एक पल, इस सत्य के विषय में सोचने पर विवश होते होंगे कि हम क्यों सिर्फ मोहजाल में फँस के चीज़ों को बटोरने में लगे रहते हैं !

और यह “शमशानवैराग्य” की मनःस्थिति जैसे ही दाहसंस्कार के बाद हम शमशानभूमि से बाहर कदम रखते है वो सारे विचार / वह वैराग्य भाव वहीं शमशान में पीछे छूट जाते हैं और फिर से संसार की मायावी संरचना में स्वतः उलझ जाते हैं !

“मोह” का “क्षय” ही शायद “मोक्ष” है –

पर ईश्वर की इस बड़ी ही “ह्यूमरस” रचना को हम “अनुभव तो करते हैं, पर अनुसरण नहीं कर पाते है हम अपने पीछे सिर्फ और सिर्फ अपने कर्मों की गाथा, लेखा-जोखा छोड़ जाते हैं जो कुछ दिनों तक लोगों के मानस पटल में एक याद की तरह थोड़े दिनों तक रहती है और फिर धीरे – धीरे, एक कागज़ पर स्याही से लिखी पंक्तियों की तरह धूमिल हो जातीं हैं !

Language: Hindi
127 Views
Books from Atul "Krishn"
View all

You may also like these posts

बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
रक्षाबन्धन
रक्षाबन्धन
Ayushi Verma
वो पगली
वो पगली
Kshma Urmila
Introduction
Introduction
Adha Deshwal
आजा रे आजा घनश्याम तू आजा
आजा रे आजा घनश्याम तू आजा
gurudeenverma198
4154.💐 *पूर्णिका* 💐
4154.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहे- चरित्र
दोहे- चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
राजकुमारी कार्विका
राजकुमारी कार्विका
Anil chobisa
सत्संग की ओर
सत्संग की ओर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
चांदनी के लिए
चांदनी के लिए
Deepesh Dwivedi
मोहब्बत का हुनर
मोहब्बत का हुनर
Phool gufran
शबरी के राम
शबरी के राम
Indu Singh
*शिक्षा-संस्थाओं में शिक्षणेतर कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूम
*शिक्षा-संस्थाओं में शिक्षणेतर कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूम
Ravi Prakash
रे मन! यह संसार बेगाना
रे मन! यह संसार बेगाना
अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित'
केश काले मेघ जैसे,
केश काले मेघ जैसे,
*प्रणय*
भगवन तेरे भारत में ये, कैसी विपदा आई है....!
भगवन तेरे भारत में ये, कैसी विपदा आई है....!
पंकज परिंदा
क्या हुआ की हम हार गए ।
क्या हुआ की हम हार गए ।
Ashwini sharma
दीवानी कान्हा की
दीवानी कान्हा की
rajesh Purohit
गणेश वंदना छंद
गणेश वंदना छंद
Dr Mukesh 'Aseemit'
सफल लोगों की अच्छी आदतें
सफल लोगों की अच्छी आदतें
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
मतदान कीजिए (व्यंग्य)
मतदान कीजिए (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
**ईमान भी बिकता है**
**ईमान भी बिकता है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"यह भी गुजर जाएगा"
Dr. Kishan tandon kranti
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
विषय-माँ।
विषय-माँ।
Priya princess panwar
गीली लकड़ी की तरह सुलगती रही ......
गीली लकड़ी की तरह सुलगती रही ......
sushil sarna
शाम
शाम
Kanchan Khanna
Loading...