@@ *ईश्वर का संदेश……… ।।
जहां जाओगे हमें पाओगे
जल हो या ही गगन…..
प्रेम में हो या घृणा में मगन….
सुगमता में हो या दुर्गमता का है आवरण
आकाश हो या हो पाताल…..
सृष्टि हो या हो विनाश…!
जहां जाओगे हमें पाओगे……….
(बिमल रजक)
जहां जाओगे हमें पाओगे
जल हो या ही गगन…..
प्रेम में हो या घृणा में मगन….
सुगमता में हो या दुर्गमता का है आवरण
आकाश हो या हो पाताल…..
सृष्टि हो या हो विनाश…!
जहां जाओगे हमें पाओगे……….
(बिमल रजक)