ईद मुबारक – डी के निवातिया
ईद मुबारक
ईद के चांद से गुज़ारिश इतनी है,
ये फ़िजा गुल ऐ गुलज़ार हो जाये !!
दुआओं में मांगा हो जिन्हें आपने,
सुबह सवेरे उनका दीदार हो जाये !!
मिट जाये रंज-ओ-ग़म दुनियां से,
अमन-ओ-चैन की भरमार हो जाये !!
माँगता हूँ फकत दुआओं में इतना
इंसान को इंसान से प्यार हो जाये !!
गर हो जाये कुबूल अर्ज़ मेरी ऐ खुदा,
तो अपना भी ईद का त्योहार हो जाये !!
डी के निवातिया