इक़बाल मेरा भी बुलंद हो , कुछ ऐसा करम कर
इक़बाल मेरा भी बुलंद हो , कुछ ऐसा करम कर
मेरे आशियाँ में तेरा बसर हो , कुछ ऐसा करम कर
आसां हों राहें मेरी , कुछ ऐसा करम कर
इम्तिहान में न उलझूं , कुछ ऐसा करम कर
इक़बाल मेरा भी बुलंद हो , कुछ ऐसा करम कर
मेरे आशियाँ में तेरा बसर हो , कुछ ऐसा करम कर
आसां हों राहें मेरी , कुछ ऐसा करम कर
इम्तिहान में न उलझूं , कुछ ऐसा करम कर