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1 Dec 2021 · 1 min read

इस भीड़ में।

मुझे इस भीड़ में, कोई बंधु नजर न आता है। कोई है अमृत, तो कोई जहर नजर आता है।अपने अपने स्वार्थ को लेकर भागा जाता है। मुझे इस भीड़ में सत्य नजर न आता है।बेइमानी के पुलनदो का ढेर नजर आता है।अब कहां जाऊं कोई डगर नजर न आता है। मुझे इस भीड़ में शैतान नजर आता है।कहता है कुछ, और करता है कुछ करनी कथनी में अंतर नजर आता है।

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 232 Views
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