इस दौर में
इस दौर में इश्क कहां आ गया
कि प्यार ही प्यार का क़ातिल हो गया
अब भरोसा का नगाड़ा बजाएगा कौन
जब दिलवर ही मेरा ज़ालिम हो गया ।।नितु साह
इस दौर में इश्क कहां आ गया
कि प्यार ही प्यार का क़ातिल हो गया
अब भरोसा का नगाड़ा बजाएगा कौन
जब दिलवर ही मेरा ज़ालिम हो गया ।।नितु साह