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15 Aug 2024 · 1 min read

इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l

इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l
इस तन पे तिरंगा हो लिपटा जब जाऊं शहीदों की महफ़िल में l
अब कोशिश करे न छूने की ..कोई देश ..को बुरी ..निगाहों से –
मैं भी तो देखूं, है कितना दम, आख़िर .उस बाज़ू-ए-कातिल में l

सुशील सरना

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