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10 Sep 2021 · 1 min read

इस दुनिया के बाहर कहां

अपनी अपनी कहानी
सब सुनाना तो बेशक चाहते हैं पर
कोई किसी की तकलीफ या
कहानी सुनना नहीं चाहता
सुनते भी हैं गर
कभी भूले भटके तो
मुजरिम अक्सर आप ही को
ठहराते हैं
खुद सच में मुजरिम
होते हैं पर
खुद को गुनहगार कभी
मानने को तैय्यार नहीं होते और
कोई उनकी तरफ आंख उठाकर तो
देखे
आंखें ही नोंचकर बाहर
निकालकर
आपके हाथों में रख देंगे
बहुत मुश्किल है
ऐसे लोगों से बरतना पर
आपके चारों तरफ हैं
ज्यादातर ऐसे ही लोग
अब इस दुनिया के बाहर
कहां जायेंगे या
कहां से किसी और लोक के
वासी ढूंढकर लायेंगे
अब किसी एलियन या
परी या
भगवान से तो कभी
मुलाकात हुई नहीं जो
वह हम इंसानों से बेहतर
होंगे और
हमें इंसानियत के नाम पर
कलंक होने का
अहसास करवायेंगे।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Comment · 292 Views
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