इस तरह तुम मुझसें न झूठे वादे करों….
इस तरह तुम मुझसें न झूठे वादे करों,
वक्त निकाल कर मिल लिया करों…!
हो जाएँ जो मुझसें खता, तो माफ किया करों,
तन्हाईमें अकेला न मुझे छोड़ा करों….!!
खो जाऊंगा अगर तो ग़ुम आऊंगा कहीं,
मुलाकातों का सिलसिला निभातें रहो….!
यादों को अपने दामन में सँवारा करों,
भूलो को मेरी नजर अंदाज किया करों…!!
मोहब्बत की लहरों से हमें गीला किया करों,
जिंदगी तो फिर… आराम से कट जाएँगी….!
यूँ ही तुम हमेशा…
हमारा हाथ थाम कर साथ चला करों….!!!