इस गोशा-ए-दिल में आओ ना
इस गोशा-ए-दिल में आओ ना
फिर से आँचल मेरा लहराओ ना।
संदल से महकती पुर-कैफ़ हवा का
झोंका सा तुम बन जाओ ना।
नीलम शर्मा ✍️
गोशा-ए-दिल-दिल में
इस गोशा-ए-दिल में आओ ना
फिर से आँचल मेरा लहराओ ना।
संदल से महकती पुर-कैफ़ हवा का
झोंका सा तुम बन जाओ ना।
नीलम शर्मा ✍️
गोशा-ए-दिल-दिल में