इस अज़नबी जहाँ में किसे अपना बताओगे
किस शहर से आये हो
कहाँ को जाओगे
इस अज़नबी जहाँ में
किसे अपना बताओगे
दिल जला है कितनी बार
और कितना दिल जलाओगे
खुश्क आँखों से मोती
कब तक बहाओगे ।
इस भीड़ भरी दुनिया में
किसे अपना बताओगे
कब तक सच्चाई से
मुँह छुपाओगे ।
आज नही तो कल सच से पर्दा
उठेगा तो बहुत पछताओगे ।
भूपेंद्र रावत
11।10।2017