इसी शहर में
1. तारे जाग रहे थे, जुगनू चमक रहे थे।
मिले थे हम कल रात, इसी शहर में।।
2. बैठा हूँ गुमसुम-सा, तलाश रहा हूँ तुम्हें।
हो जाये आज एक और मुलाकात, इसी शहर में।।
3. रोया बहुत था मैं, जब तुम्हें याद करके।
दे रही थी साथ, बरसात, इसी शहर में।।
4. सुन सको तो सुन लो, रोऊँगा मैं एक और बार।
आएगी जब तुम्हारी बारात, इसी शहर में।।
5. मन जब भर जाये तुम्हारा, तब तुम लौट आना।
पाओगी हर वक्त तुम मेरा साथ इसी शहर में।।
6. “नैना” भर आएँगे, दिल से भी दरीया बहेगा।
समझोगी जब तुम “रईस” के जज्बात, इसी शहर में।।
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#shayar
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