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15 Aug 2024 · 1 min read

इसलिए भी मेरे ख़ूँ में वतन-परस्ती आई है

इसलिए भी मेरे ख़ूँ में वतन-परस्ती आई है
कि लड़कपन में मैंने ख़ाक-ए-वतन खाई है
©Trishika Dhara
🇮🇳 Happy Independence Day 🇮🇳

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