Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2017 · 1 min read

इश्क़ में वफ़ा कीजिए

इश्क़ में वफ़ा कीजिये
नही तो ग़मज़दा कीजिए

नज़र में क्यों रखा है अपनी
अब सदा केलिए दफ़ा कीजिए

अंदर ही अंदर क्यों पी रहे हो दर्द
दर्द ज़रा शब्दों में अब बयाँ कीजिए

आसान नही समझ पाना रिवायत
अब आप तो जरा समझा कीजिए

फ़रेब जब इबारत हो उनकी
ज़रा उनसे फ़ासिला कीजिए

अंदाज़ ही क़ातिलाना है उनका
अब खुद को फ़िदा(बलि)कीजिए

गुंज़िदा(चुना हुआ)फूल है बाग़ का
तोड़ कर यूं ना मुरझाया कीजिए

ज़ुल्फें बिखेर रहे है बार बार
ऐसे ज़ुल्म ना ढाया कीजिए

भूपेंद्र रावत
24।08।2017

1 Like · 281 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिवाली
दिवाली
नूरफातिमा खातून नूरी
बाल  मेंहदी  लगा   लेप  चेहरे  लगा ।
बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जी-२० शिखर सम्मेलन
जी-२० शिखर सम्मेलन
surenderpal vaidya
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
2801. *पूर्णिका*
2801. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
आसाध्य वीना का सार
आसाध्य वीना का सार
Utkarsh Dubey “Kokil”
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन का मुस्कान
जीवन का मुस्कान
Awadhesh Kumar Singh
धरातल की दशा से मुंह मोड़
धरातल की दशा से मुंह मोड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
Ravi Betulwala
*
*"आज फिर जरूरत है तेरी"*
Shashi kala vyas
आ जाओ
आ जाओ
हिमांशु Kulshrestha
आया तेरे दर पर बेटा माँ
आया तेरे दर पर बेटा माँ
Basant Bhagawan Roy
लाल बचा लो इसे जरा👏
लाल बचा लो इसे जरा👏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ਸ਼ਿਕਵੇ ਉਹ ਵੀ ਕਰਦਾ ਰਿਹਾ
ਸ਼ਿਕਵੇ ਉਹ ਵੀ ਕਰਦਾ ਰਿਹਾ
Surinder blackpen
"अकेला"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
पानी से पानी पर लिखना
पानी से पानी पर लिखना
Ramswaroop Dinkar
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
शेखर सिंह
मंतर मैं पढ़ूॅंगा
मंतर मैं पढ़ूॅंगा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
💐प्रेम कौतुक-316💐
💐प्रेम कौतुक-316💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ हंसी-ठट्ठे और घिसे-पिटे भाषणों से तो भला होगा नहीं।
■ हंसी-ठट्ठे और घिसे-पिटे भाषणों से तो भला होगा नहीं।
*Author प्रणय प्रभात*
टिक टिक टिक
टिक टिक टिक
Ghanshyam Poddar
*नवाब रजा अली खॉं ने श्रीमद्भागवत पुराण की पांडुलिपि से रामप
*नवाब रजा अली खॉं ने श्रीमद्भागवत पुराण की पांडुलिपि से रामप
Ravi Prakash
मैं
मैं
Ajay Mishra
चले ससुराल पँहुचे हवालात
चले ससुराल पँहुचे हवालात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*अज्ञानी की कलम शूल_पर_गीत
*अज्ञानी की कलम शूल_पर_गीत
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
Loading...