इश़्क करना गुनाह हो गया
आज कल इश़्क करना भी गुनाह हो गया,
अश़्कों का मिलना भी दुस्वार हो गया ।
हम रतजगे करते थे जिनके लिए,
आज उनका निकाह किसी और से हो गया ।।
डां. अखिलेश बघेल
दतिया (म.प्र.)
आज कल इश़्क करना भी गुनाह हो गया,
अश़्कों का मिलना भी दुस्वार हो गया ।
हम रतजगे करते थे जिनके लिए,
आज उनका निकाह किसी और से हो गया ।।
डां. अखिलेश बघेल
दतिया (म.प्र.)