Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Apr 2022 · 1 min read

दिल टूट करके।

दिल टूट करके इश्क की यादों में रह गया है।
हमारें जिस्मों जां का मालिक हमसे रूठ गया है।।1।।

अब तन्हाई में बैठ कर हम उससे मिलते है।
जिसका दर्द अश्क बन कर नज़रों से बह गया है।।2।।

हम समझ रहें थे उसको हम भूला बैठे है।
याद आई तो समझे इश्के निशां हममें रह गया है।।3।।

कोई कैसे समझाएं इस मासूम से दिलको।
वो नज़र आया तो धड़क कर ख़ुद में रह गया है।।4।।

बड़ा अकीदा था उन पर कुछ मदद करेगा।
आकर चंद अल्फाज़ कहकर जो यूं चल दिया है।।5।।

यूं शम्मा सारी रात जलती रही तन्हाई में।
परवाना ही जल करके इश्क में अपने मर गया है।।6।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

337 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

घृणा
घृणा
Sudhir srivastava
जीवन में
जीवन में
ओंकार मिश्र
4342.*पूर्णिका*
4342.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मायने"
Dr. Kishan tandon kranti
*इश्क़ से इश्क़*
*इश्क़ से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
Ravi Prakash
#खुलीबात
#खुलीबात
DrLakshman Jha Parimal
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
शेखर सिंह
चुनाव नियराइल
चुनाव नियराइल
आकाश महेशपुरी
तेवरी में नपुंसक आक्रोश +बी.एल. प्रवीण
तेवरी में नपुंसक आक्रोश +बी.एल. प्रवीण
कवि रमेशराज
- सड़क पर चलता राहगीर -
- सड़क पर चलता राहगीर -
bharat gehlot
पोलियो अभियान
पोलियो अभियान
C S Santoshi
लोगो खामोश रहो
लोगो खामोश रहो
Surinder blackpen
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
पूर्वार्थ
यादों की किताब पर खिताब
यादों की किताब पर खिताब
Mahender Singh
कुछ नहीं बचेगा
कुछ नहीं बचेगा
Akash Agam
मतदान
मतदान
ललकार भारद्वाज
विश्वास किसी पर इतना करो
विश्वास किसी पर इतना करो
नेताम आर सी
Tumhara Saath chaiye ? Zindagi Bhar
Tumhara Saath chaiye ? Zindagi Bhar
Chaurasia Kundan
■ हास्यमय समूह गीत
■ हास्यमय समूह गीत
*प्रणय*
गज़ल
गज़ल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
गंगा के समान तीर्थ, माता के तुल्य गुरु, भगवान् विष्णु के सदृश देवता तथा सीतायण से बढ़ कर कोई श्रेष्ठ वस्तु नहीं है।
गंगा के समान तीर्थ, माता के तुल्य गुरु, भगवान् विष्णु के सदृश देवता तथा सीतायण से बढ़ कर कोई श्रेष्ठ वस्तु नहीं है।
श्रीहर्ष आचार्य
* दिल बहुत उदास है *
* दिल बहुत उदास है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"सन्त रविदास जयन्ती" 24/02/2024 पर विशेष ...
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
श्रेष्ठ विचार और उत्तम संस्कार ही आदर्श जीवन की चाबी हैं।।
श्रेष्ठ विचार और उत्तम संस्कार ही आदर्श जीवन की चाबी हैं।।
Lokesh Sharma
*बाल गीत (मेरा सहपाठी )*
*बाल गीत (मेरा सहपाठी )*
Rituraj shivem verma
हाय गरीबी जुल्म न कर
हाय गरीबी जुल्म न कर
कृष्णकांत गुर्जर
देश की अखण्डता
देश की अखण्डता
पंकज परिंदा
Loading...