*इश्क कर फायदे में हूँ*
इश्क कर फायदे में हूँ
न में घाटे में हूँ,,,
न फायदे मैं हूं,,,
तुझे इश्क किया है,,,
जबसे कायदे में हूँ,,,
बेकार न था,,
फालतू न हूँ,,
खाली न रहूँगा,,
बस तेरे वायदे में हूँ,,,
वक़्त वे वक़्त आती है याद,,
दिल भी करता है फरियाद,,
तुम मिलोगी इस जायके में हूँ,,,
किसी की नजर में,,,
किसी की बातों में,,
प्रेम परिचर्चा सुबह सायके में हूं,,,
मनु बेफिक्र है तेरे यहसास से,,
तुम ही तो हो एक खास से,,
इसलिये की चिलमन कयादे में हो,,,
मानक लाल मनु