इश्क-ए-सुकून !
तुझें जाने से नही रोकूँगा,
पर इतना जान ले तू
माना कल तुझें जो इश्क़ करेगा,
बेहिसाब करेगा,
तेरा नूर ही कुछ ऐसा है,
पर मेरा यक़ीन कर,
उसके बेहिसाब इश्क में भी,
मेरी बेइंतहा मोहब्बत सा,
इश्क-ए-सुकून ना मिलेगा तुझें।
#दीपक ‘पटेल’
तुझें जाने से नही रोकूँगा,
पर इतना जान ले तू
माना कल तुझें जो इश्क़ करेगा,
बेहिसाब करेगा,
तेरा नूर ही कुछ ऐसा है,
पर मेरा यक़ीन कर,
उसके बेहिसाब इश्क में भी,
मेरी बेइंतहा मोहब्बत सा,
इश्क-ए-सुकून ना मिलेगा तुझें।
#दीपक ‘पटेल’