इश्क़ नहीं आसान
इश्क़ नहीं आसान, इतनी सी बात है।
टूटें सब अरमान ,इतनी सी बात है।
खुद से बढ़ कर ,किसी को है चाहना
है खुदा का फरमान, इतनी सी बात है।
दिल का धड़कना ,आंखों का मिलना
मरने का सामान, इतनी सी बात है।
हर पल हम ढूंढते हैं उनकी ही आहटें
तन बन जाए कान ,इतनी सी बात है।
जिस को देख देख ,जीते हैं दीवाने
मारे वहीं बेईमान,इतनी सी बात है।
सुरिंदर कौर