इश्क़ जोड़ता है तोड़ता नहीं
जो उसने तुम्हें दिल से निकाल दिया
तू भी उसे अब छोड़ दे
उसकी सहेली भी तो अच्छी है
तू उसी से अपना दिल जोड़ दे
क्या फ़ायदा उस राह पर चलने का
जिसकी कोई मंज़िल नहीं
बदलकर देख अपनी राह एक बार
रहती एक सी हमेशा किस्मत नहीं
तू क्यों पछताता है जो वो चली गई
क्यों सोचता है तेरी किस्मत छली गई
एक बार दिल लगाकर देख किसी और से
फिर अहसास होगा तुम्हें, वो भली गई
जो प्यार तुम्हें मिला नहीं उससे कभी
मिल जायेगा वो भी, होगा तेरी किस्मत में अगर
अब यूं आंसू बहाने से तेरा कुछ होगा नहीं
इतनी आसान भी नहीं है ये चाहत की डगर
कुछ तुमने पाया कुछ उसने पाया
यहां किसी ने है नहीं कुछ खोया
दिलों को जोड़ने का नाम है इश्क तो
उसने कहीं और जोड़ा तो तू क्यों रोया
देख ले थामकर तू भी हाथ किसी का
फिर बनाकर दिल में तस्वीर उसी की
जो बदल दे फिर से ज़िंदगी तेरी
संवार दे तू भी किस्मत ऐसे किसी की।