इश्क़ के सामाजिक सरोकार
ज़िंदगी के कशमकश से
अलहदा करे जो इश्क़!
दुनिया के जद्दोजेहद से
अलहदा करे जो इश्क़!
वह इश्क़ ज़ेहनी तौर पर
खुदकुशी है दरअसल!
मौजूदा वक़्त की बहस से
अलहदा करे जो इश्क़!
Shekhar Chandra Mitra
ज़िंदगी के कशमकश से
अलहदा करे जो इश्क़!
दुनिया के जद्दोजेहद से
अलहदा करे जो इश्क़!
वह इश्क़ ज़ेहनी तौर पर
खुदकुशी है दरअसल!
मौजूदा वक़्त की बहस से
अलहदा करे जो इश्क़!
Shekhar Chandra Mitra