*इश्क़ की फ़रियाद*
हम तो तेरी यादों में खोये रहते हैं
दुनियादारी से हमें क्या लेना
बस तू ही रहे हमेशा सामने मेरे
खूबसूरत नज़ारों से हमें क्या लेना
तेरी ख़ुशी से खुश हैं हम तो
किसी और से हमें क्या लेना
जानता हूं हज़ारों पूछेंगे तेरे दिल का रास्ता
तू किसी को अपना पता न देना
दीवाने हुए बैठें हैं हम प्यार में तेरे
तू अब तो इकरार कर लेना
छोटी छोटी ख़ुशिया ज़िंदगी को संवारती है
मिलो रास्ते में तो बात कर लेना
संवर जाएगी ये ज़िंदगी तेरे संग
मेरी बस एक बात मान लेना
आकर देख लो एक बार दिल में मेरे
अच्छा लगे तो वहीं अपना घर बना लेना
जानता हूं तेरी मजबूरियां भी मैं
इज़हार नहीं तू इकरार कर लेना
रखूँगा दूर तुम्हें ज़माने की बुरी नज़रों से
ज़िन्दगीभर तू मुझे प्यार कर लेना
सपने तो कभी अपने नहीं होते
एक बार हक़ीक़त में हमें आजमां लेना
दिल से चाहता हूं मेरी जान मैं तुम्हें
अब और हमें जुदाई का ये दर्द न देना
है क्या मन में तुम्हारे मेरे लिए
कभी अकेले में बता देना
यक़ीन दिलाता हूं
तुम्हें किसी ताबीज़ की ज़रूरत न होगी कभी
बस तुम मुझे अपना ताबीज़ बना लेना।