Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2022 · 1 min read

इश्क़ की जुर्रत

जलवों की जुस्तजू है तो
जुर्रत पैदा कर!
मासुमियों की हिफाज़त की
ताकत पैदा कर!!
तुझ पर आंच भी आए तो
वे फूंक डालें दुनिया
दिलवालों के बीच इतनी
शोहरत पैदा कर!!
#शायरी #इंकलाबी #रोमांटिक #urdu
#poetry #love #beauty #सौंदर्य
#bravery #कविता #rebel #youth

Language: Hindi
202 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्रेम में मिट जाता है, हर दर्द
प्रेम में मिट जाता है, हर दर्द
Dhananjay Kumar
स्वयं को बचाकर
स्वयं को बचाकर
surenderpal vaidya
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर
RAMESH SHARMA
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जीवन की आपाधापी में, न जाने सब क्यों छूटता जा रहा है।
जीवन की आपाधापी में, न जाने सब क्यों छूटता जा रहा है।
Gunjan Tiwari
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
पूर्वार्थ
प्रेम और भक्ति
प्रेम और भक्ति
Indu Singh
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरे राम
मेरे राम
Sudhir srivastava
दुःख ले कर क्यो चलते तो ?
दुःख ले कर क्यो चलते तो ?
Buddha Prakash
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
* ये शिक्षक *
* ये शिक्षक *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अधूरेपन की बात अब मुझसे न कीजिए,
अधूरेपन की बात अब मुझसे न कीजिए,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
Yogendra Chaturwedi
स्वयं से करे प्यार
स्वयं से करे प्यार
Dr fauzia Naseem shad
खरीद लूंगा तुझे तेरे नखरों सहित ऐ जिन्दगी
खरीद लूंगा तुझे तेरे नखरों सहित ऐ जिन्दगी
Ranjeet kumar patre
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
मोहब्बत का पैगाम
मोहब्बत का पैगाम
Ritu Asooja
2993.*पूर्णिका*
2993.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*समय बहुत बलवान सुनो यह, राजा को रंक बनाता है (राधेश्यामी छं
*समय बहुत बलवान सुनो यह, राजा को रंक बनाता है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
*माना के आज मुश्किल है पर वक्त ही तो है,,
*माना के आज मुश्किल है पर वक्त ही तो है,,
Vicky Purohit
ग़ज़ल : कौन आया है ये मेरे आशियाने में
ग़ज़ल : कौन आया है ये मेरे आशियाने में
Nakul Kumar
अहंकार
अहंकार
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
Rituraj shivem verma
सच तो हम सभी होते हैं।
सच तो हम सभी होते हैं।
Neeraj Agarwal
सशक्त रचनाएँ न किसी
सशक्त रचनाएँ न किसी "लाइक" से धन्य होती हैं, न "कॉमेंट" से क
*प्रणय*
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
gurudeenverma198
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
সকল পুরুষ ধর্ষক হয় না
সকল পুরুষ ধর্ষক হয় না
Arghyadeep Chakraborty
***
*** " हम तीन मित्र .........! " ***
VEDANTA PATEL
Loading...