इश्क़ किया नहीं जाता
इश्क़ किया नहीं जाता ,बस हो जाता है।
दिल दिया नहीं जाता , बस खो जाता है।
मरहले और मस्अले इश्क़ के अजीब है
इस में क़ातिल ही होता सबसे करीब है।
अदावतें इश्क़ के होते बहुत ही संजीदा
हर पहलू,हर सवाल इसका है पेचीदा।
हौले-हौले कोई दिल में उतर जाता है
बेसाख्ता ही दिल तेजी से धड़क जाता है।
इश्क़ कब हुआ है किसी का मुकम्मल
ये मीठी मीठी तड़प है इक मुसलसल।
सुरिंदर कौर