इश्क़ एक जाम है ।
राज जो कुछ भी हो इशारों में बता भी देना
दिल में जो है पर्दे दिल के ,वो पर्दे हटा भी देना
हमने चखा है अभी तक व्यंजनों का स्वाद
तुम इश्क़ का जाम लबों से पिला भी देना ।
राज जो कुछ भी हो इशारों में बता भी देना
दिल में जो है पर्दे दिल के ,वो पर्दे हटा भी देना
हमने चखा है अभी तक व्यंजनों का स्वाद
तुम इश्क़ का जाम लबों से पिला भी देना ।