इशारों इशारों में ही, मेरा दिल चुरा लेते हो
इशारों इशारों में ही,मेरा दिल चुरा लेते हो,
एक नज़र देखकर ही,अपना बना लेते हो।
सोचा था निगाहों से हाल ए दिल बताएंगे,
मगर तुम देखते ही,तुम नज़रे झुका लेते हो।।
अपनी जान तक दे दूंगी,तुम्हारे एक इशारे पर,
मगर तुम हो इस किनारे पर मै उस किनारे पर।
अजमा कर तो देखो,अपना एक इशारा देकर,
पार करूंगी गहरी दरिया आऊंगी तेरे किनारे पर।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम