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18 Jan 2017 · 1 min read

इशारा है आशिकी का..!

इशारा है आशिकी का..!

आँखों में मुहब्बत की कहानी ,
दिल में लहरें उम्मीद की

धड़कनो में चाहत की रवानी;
याद तो हर साँस में आनी

शुरुआत और अन्त प्रेम का-
विरह और मिलन सन्देश का

छंद रचे सुंदर अति भाबुक सा……
जो दिल के अन्दर कस्तुरी-मृग सा,

बेगानापन है खोज का,
जैसे भटके मन पागल सा !

मरूभूमी में जल मरिचीका सा,
रगों में बहता सिहरन सा,

तड़पन जगाये मिलन का;
जागे रातों में नींद कहां आनी

छबि घुमे नयनों में प्रियतम की,
दिन सुना-सुना, रात भी बेगानी;

खुले नयनों में स्वप्नों सा,
भ्रमित मन चाँद चकौर सा,

खोजे चांदनी, आंगन तारों का,
यह ही तो इशारा है आशिकी का…!!

सजन

Language: Hindi
292 Views

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