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रामबाबू ज्योति
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27 Jan 2018 · 1 min read
इल्जाम
बस यही सोचकर
कोई सफाई नहीं दी हमने ,
कि
इलज़ाम भले ही झूठे हो
पर लगाये तो तुमने है !!
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
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