इम्तिहान
लगने लगा है अब मुझे की तुझे हो गया है मुगालता.
इसलिये तूने मुझपर लगा रखा है आफतो का ताता.
इन आफतो से मै अब हो गया हूं बेजार.
लेकिन आफते है कि आ रही है लगातार.
अब तक तो यही समझ थी के तू ले रहा है मेरा इम्तिहान.
लेकिन अब लग रहा है मुझे की तू कर रहा है मुझे सिर्फ परेशान.
समज रहा था की तू आजमा रहा है मेरा धैर्य.
लेकिन अब लग रहा है मुझे की तू दिखा रहा है मात्र कौर्य.
मेरी समझ थी की मै बन रहा हू सुघड हातो मे नगीना.
लेकिन भगवन तूने तो बना लिया है मुझे अपना खिलोना.
सच की राह पर चलकर मै समझ रहा था खुद को खुशनसीब.
लेकिन लगता है की मुझसा नही है कोई बदनसीब.
मेरी समझ थी की तू चट्टान को रहा है तराश.
लेकिन तू तो कर रहा है मुझपर सिर्फ खराश ही खराश.
हर आफत कुबुल कि मैने समज कर तेरी मर्जी.
लेकिन अब और मतकर परेशान कुबूल करले मेरी अर्जी.
इन आफतो से अब तू मत कर मुझे और बेजार..
वर्णा बन जायेगी तेरी ये कृती हमेशा के लिए मजार.
मत ले भगवन तू मेरी इतनी कठीण परीक्षा.
वरना अब हो जायेंगी मुझसे तेरी ही उपेक्षा.